PSU बैंकों पर बढ़ा म्यूचुअल फंड्स का भरोसा, ETFs में दिखी जबरदस्त तेजी
Motilal Oswal Financial Services की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएसयू बैंकों का वेटेज म्यूचुअल फंड्स की कुल होल्डिंग में बढ़कर 3.3% हो गया, जो पिछले 17 महीनों में सबसे ज्यादा है।
Motilal Oswal Financial Services की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएसयू बैंकों का वेटेज म्यूचुअल फंड्स की कुल होल्डिंग में बढ़कर 3.3% हो गया, जो पिछले 17 महीनों में सबसे ज्यादा है।
हाल ही में अलग-अलग म्यूचुअल फंड हाउस जैसे Kotak, SBI, और UTI Mutual Fund ने Silver ETF Fund of Funds (FoFs) में नए लंपसम (LumpSum) निवेश को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
यह निलंबन लंपसम निवेशों, अतिरिक्त खरीद और स्विच-इन पर लागू होगा। हालांकि, SIP, STP, रिडेम्प्शन और स्विच-आउट पहले की तरह चलते रहेंगे। स्कीम के अन्य सभी नियम और शर्तें में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है।
अगर किसी निवेशक ने इस फंड में साल 1995 में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता तो आज उसके पास 4 करोड़ रुपये का कॉर्पस होता। वर्तमान में रूपेश पटेल इस फंड के फंड मैनेजर हैं।
कांग्लोमरेट वे बिजनेस ग्रुप होते हैं जो एक साथ कई अलग-अलग इंडस्ट्री में काम करते हैं। इनकी खासियत होती है मजबूत वित्तीय स्थिति, अलग-अलग क्षेत्रों में फैला कारोबार (डायवर्सिफाइड बिजनेस) और अच्छा प्रबंधन (मैनेजमेंट)। इन्हीं खूबियों की वजह से ये ग्रुप लंबी अवधि में स्थिरता और लगातार विकास (ग्रोथ) देने में सक्षम होते हैं।
कोटक गोल्ड सिल्वर पैसिव एफओएफ एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है जो कोटक गोल्ड ईटीएफ और कोटक सिल्वर ईटीएफ की यूनिट में निवेश करता है।
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