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Reliance Q2 Results : रिलायंस के हर सेगमेंट में डबल डिजिट ग्रोथ. तिमाही नतीजों के 10 अहम पॉइंट्स. (File Photo : Reuters)
Reliance Industries Q2 Results : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सितंबर 2025 तिमाही (Q2FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 15.9% बढ़कर 22,146 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 19,101 करोड़ रुपये था. वहीं ग्रॉस रेवेन्यू 9.9% बढ़कर 2,83,548 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने सभी प्रमुख सेगमेंट — जियो, रिटेल और ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) में मजबूत प्रदर्शन किया है.
1. मजबूत तिमाही, हर सेगमेंट से बेहतर योगदान
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दूसरी तिमाही में शानदार ग्रोथ दर्ज की है. कंपनी का EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation and Amortisation) 14.6% बढ़कर 50,367 करोड़ रुपये रहा. इसका श्रेय जियो, रिटेल और O2C सेगमेंट के बेहतर प्रदर्शन को दिया गया है. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि “यह प्रदर्शन हमारी चुस्त रणनीति, घरेलू बाजार पर फोकस और भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति को दर्शाता है.”
2. जियो के ग्राहकों का आंकड़ा 500 मिलियन पार
जियो प्लेटफॉर्म्स का रेवेन्यू 14.9% बढ़कर 42,652 करोड़ रुपये पहुंच गया. इस दौरान EBITDA 17.7% बढ़कर 18,757 करोड़ रुपये रहा. जियो के सब्सक्राइबर बेस ने 500 मिलियन का आंकड़ा पार कर लिया, जो अब 506 मिलियन तक पहुंच गया है. कंपनी ने बताया कि जियो एयरफाइबर से हर महीने 10 लाख नए घर जुड़ रहे हैं और कुल डेटा ट्रैफिक में 29.8% की बढ़ोतरी हुई है.
जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, “जियो ने 500 मिलियन से ज्यादा ग्राहकों की डिजिटल जरूरतों को पूरा किया है. हमारी स्वदेशी टेक्नोलॉजी स्टैक अब वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है.”
3. रिटेल कारोबार में 18% उछाल
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) का रेवेन्यू 18% बढ़कर 90,018 करोड़ रुपये हो गया. EBITDA 16.5% की बढ़ोतरी के साथ 6,816 करोड़ रुपये रहा. रिटेल सेगमेंट में ग्रॉसरी और फैशन एंड लाइफस्टाइल ने क्रमशः 23% और 22% की शानदार वृद्धि दिखाई. कंपनी ने इस तिमाही में 412 नए स्टोर खोले, जिससे कुल स्टोर की संख्या 19,821 तक पहुंच गई.
4. O2C बिजनेस में स्थिर वृद्धि
ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट का रेवेन्यू सालाना आधार पर 3.2% बढ़ा. इस सेगमेंट का EBITDA 20.9% बढ़कर 15,008 करोड़ रुपये हुआ. जियो-बीपी (Jio-BP) ने ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल्स में 34% की वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज की. हालांकि, डाउनस्ट्रीम केमिकल्स में मार्जिन पर थोड़ा दबाव देखा गया.
5. ऑयल एंड गैस सेगमेंट में मामूली गिरावट
ऑयल एंड गैस सेगमेंट का रेवेन्यू 2.6% घटा है. कंपनी ने बताया कि KGD6 ब्लॉक में नैचुरल डिक्लाइन और कंडेन्सेट प्राइस में कमी के चलते यह असर देखने को मिला. हालांकि, गैस की बेहतर कीमत और CBM वॉल्यूम में बढ़ोतरी ने कुछ हद तक नुकसान की भरपाई की.
6. टैक्स और खर्च में इजाफा
कंपनी का टैक्स खर्च 17.6% बढ़कर 6,978 करोड़ रुपये पहुंच गया. वहीं वित्तीय लागत (Finance Costs) भी 13.5% बढ़कर 6,827 करोड़ रुपये रही. इसका मुख्य कारण 5G स्पेक्ट्रम एसेट्स का ऑपरेशनल होना बताया गया.
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7. पूंजी निवेश में तेजी
रिलायंस का कैपेक्स (Capex) इस तिमाही में 40,010 करोड़ रुपये रहा. यह निवेश मुख्य रूप से O2C क्षमता विस्तार, जियो नेटवर्क और डिजिटल सर्विसेज के विस्तार, रिटेल फुटप्रिंट और न्यू एनर्जी गीगा फैक्ट्रियों के निर्माण में किया गया.
8. कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत
सितंबर 2025 के अंत तक रिलायंस का कुल कर्ज 3,48,230 करोड़ रुपये और नकद राशि 2,29,685 करोड़ रुपये रही. नेट डेब्ट-टू-EBITDA अनुपात 0.59 पर बना रहा, जो स्वस्थ वित्तीय स्थिति को दर्शाता है.
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9. कंज्यूमर बिजनेस से भविष्य की उम्मीदें
मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी अपने नए ग्रोथ इंजन — न्यू एनर्जी, मीडिया और कंज्यूमर ब्रांड्स — पर तेजी से आगे बढ़ रही है. इन व्यवसायों से आने वाले समय में बड़ा योगदान मिलने की उम्मीद है.
10. AI और नई तकनीक पर फोकस
अंबानी ने कहा कि रिलायंस का उद्देश्य भारत को तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है. कंपनी के AI इनिशिएटिव्स यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत के लोग टेक्नोलॉजी के विकास से सीधा लाभ उठा सकें.
मुकेश अंबानी ने क्या कहा
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा, "रिलायंस ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में O2C, जियो और रिटेल व्यवसायों के मजबूत योगदान के कारण शानदार प्रदर्शन किया है. कन्सॉलिडेटेड EBITDA में साल-दर-साल आधार पर 14.6% की ग्रोथ दर्ज की गई, जो चुस्त व्यावसायिक संचालन, घरेलू बाजार पर फोकस करने वाले पोर्टफोलियो और भारतीय अर्थव्यवस्था की स्ट्रक्चरल ग्रोथ को दर्शाता है."
अंबानी ने भविष्य की तैयारियों की ओर संकेत करते हुए कहा, "मैं अपने नए ग्रोथ इंजनों - न्यू एनर्जी, मीडिया और कंज्यूमर ब्रांड्स में हो रही तरक्की से भी खुश हूँ. मेरा मानना ​​है कि ये बिजनेस रिलायंस की उस विरासत को आगे बढ़ाएंगे जिसने इंडस्ट्री लीडर्स का निर्माण किया है और जो भारतीय उपभोक्ताओं को सही कीमतों पर सही प्रोडक्ट और सर्विस मुहैया कराने के लिए टेक्नोलॉजी और इन्नोवेशन का सही इस्तेमाल करते हैं. एआई के क्षेत्र में हमारी पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि रिलायंस नई उभर रही टेक्नोलॉजी के मामले में सबसे आगे रहे और भारत और भारतीयों के फायदे के लिए अपनी इन क्षमताओं का इस्तेमाल करे."