पटना साहिब का नाम सुनते ही शांति की भावना जागृत होती है, क्योंकि यह 10वें सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्मस्थान है और सिख समुदाय के पांच तख्तों में से एक है. भव्य गुरुद्वारा, तख्त श्री पटना साहिब, एक आध्यात्मिक स्थल है और सिखों के लिए अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार यहां अवश्य जाना चाहिए.
इस पवित्र स्थल के नाम पर बना पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र, बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. इसे अन्य अधिकांश क्षेत्रों से करने वाली बात यह है कि यह एक सर्वोत्कृष्ट शहरी निर्वाचन क्षेत्र है, जहां 100 प्रतिशत शहरी मतदाता हैं. यह निर्वाचन क्षेत्र अपने पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ के दिनों से ही भाजपा का गढ़ रहा है.
पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 2008 में परिसीमन के बाद हुई थी, जिसका पहला चुनाव 2010 में हुआ था. यह एक सामान्य सीट है और पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. पहले 1957 से 2008 तक यह पटना ईस्ट विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था. यह बिहार की राजधानी पटना का गृह निर्वाचन क्षेत्र भी है.
यहां मुस्लिम आबादी काफी है, जो कुल मतदाताओं का 17 प्रतिशत है, लेकिन इससे इस सीट पर भाजपा के प्रभुत्व में कोई बाधा नहीं आई है. बिहार विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता नंद किशोर यादव ने लगातार सात बार इस सीट पर जीत हासिल की है - चार बार पटना ईस्ट के प्रतिनिधि के रूप में और तीन बार पटना साहिब से विधायक के रूप में. उनकी जीत का अंतर लगातार बढ़ता रहा है, तब भी जब भाजपा बिहार की राजनीति में एक मामूली खिलाड़ी थी.
यादव ने जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले संपूर्ण क्रांति (संपूर्ण क्रांति) आंदोलन के दौरान एक छात्र नेता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. आपातकाल के दौरान उन्हें जेल में डाला गया, जहां से उनके सक्रिय राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई. यादव इस साल अगस्त में 72 वर्ष के हो जाएंगे और उम्मीद है कि इस साल के अंत में उनका यह आखिरी चुनाव होगा, क्योंकि बिहार एक महत्वपूर्ण चुनावी लड़ाई में शामिल होने जा रहा है.
1 जनवरी 2024 तक इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 3,38,771 पंजीकृत मतदाता थे. चुनाव आयोग को अभी 2025 मतदाताओं के आंकड़े जारी करने हैं, जो इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले आगामी बिहार चुनावों के लिए लागू होंगे.
(अजय झा)
Pravin Singh
INC
Nota
NOTA
Mithilesh Kumar Roy
IND
Jagdeep Prasad Verma
RLSP
Ram Nath Mahto
IND
Daya Singh
IND
Md Mahamud Kuraishi
JAP(L)
Chandra Shekhar Das
BMP
Shiv Nandan Tiwari
PBP
Amit Kumar Albela
IND
Yogesh Kumar Shukla
BSLP
Vikash Kumar Choudhary
AAPAP
बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर, विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन महागठबंधन में दरार खुलकर सामने आ गई है. तेजस्वी यादव की आरजेडी और कांग्रेस पार्टी नौ सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं, जिससे गठबंधन का भविष्य दांव पर लग गया है.
बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है और पहले चरण के लिए नाम वापसी की समय सीमा भी खत्म हो गई है, जिससे चुनावी रण की तस्वीर लगभग साफ हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 143 उम्मीदवारों की एकतरफा सूची जारी कर दी है, जिससे कांग्रेस समेत अन्य सहयोगी दल नाराज हैं.
सासाराम से राजद उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन के बाद झारखंड के 2004 के डकैती मामले में आरोपी होने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस टीम उन्हें झारखंड कोर्ट में पेश करने के लिए अपने साथ ले गई.
बिहार विधानसभा चुनाव में नामांकन वापसी के आखिरी दिन से पहले सियासत गरमा गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद एनडीए के कई बागी उम्मीदवारों ने अपना पर्चा वापस ले लिया है, जिसमें पटना साहिब और बक्सर जैसी महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं.
बिहार चुनाव में विपक्षी एकजुटता में गड़बड़ी दिखाई देने लगी है. महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर तालमेल बिगड़ता नजर आ रहा है. अब तक 8 सीटों पर सहयोगी दल एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतार चुके हैं.
बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है. चुनावी तैयारियों में वीआईपी पार्टी ने भी अपनी रणनीति साफ कर दी है. पार्टी ने 15 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है.
भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर राजनीति में कदम रख दिया है. उनके मैदान में उतरने से भोजपुरी इंडस्ट्री में हलचल मच गई है. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 122 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया आज पूरी हो गई.
बिहार में महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर तनातनी चरम पर पहुंच गई है, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और पप्पू यादव प्रमुख चेहरे हैं. कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा है कि आरजेडी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है और इसीलिए कांग्रेस को गठबंधन तोड़ देना चाहिए. दरअसल, आरजेडी ने अपने कोटे की सभी 143 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं, जिनमें 25 महिलाएं भी शामिल हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें कई बड़े उलटफेर देखने को मिले हैं. पार्टी ने 71 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली खबर विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव का टिकट कटना है. पटना से हमारे सहयोगी शशि भूषण ने पुष्टि की है कि 'नंदकिशोर यादव का टिकट कट गया है.'
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 71 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें कई बड़े फेरबदल देखने को मिले हैं. सबसे बड़ी खबर विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव का पटना साहिब से टिकट कटना है, जबकि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जेडीयू से मिली तारापुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस सूची पर हमारे कंसल्टिंग एडिटर सुजीत झा ने कहा, ‘दंदकिशोर यादव का टिकट कटना हो सकता है कि उम्र के लिहाज से उनका टिकट काटा गया हो.’ नंदकिशोर की जगह पार्टी ने पटना हाईकोर्ट में केंद्र सरकार की पैरवी करने वाले वकील रत्नेश कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है.