साहेबगंज बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित एक सामान्य वर्ग का विधानसभा क्षेत्र है, जो वैशाली लोकसभा सीट का हिस्सा है. यह साहेबगंज सामुदायिक विकास खंड और पारू ब्लॉक की 20 ग्राम पंचायतों को सम्मिलित करता है.
साहेबगंज एक ब्लॉक है, जो मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय से लगभग 57 किमी पश्चिम में स्थित है. यह मोतिहारी से लगभग 42 किमी दक्षिण-पूर्व, बेतिया से 60 किमी दक्षिण, हाजीपुर से 90 किमी और पटना से 110 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है.
इस विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी और पहली बार 1952 में चुनाव हुए थे. लेकिन 1951 की जनगणना के आधार पर 1957 के चुनाव में इसे चुनावी नक्शे से हटा दिया गया. 1961 की जनगणना के बाद 1962 में इसे पुनः बहाल किया गया. तब से लेकर अब तक यहां 17 बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें एक उपचुनाव (1982) भी शामिल है.
कांग्रेस पार्टी ने शुरुआती दशकों में इस क्षेत्र पर दबदबा बनाए रखा और कुल 7 बार सीट जीतने में सफलता पाई, हालांकि अंतिम जीत 1985 में हुई थी. इसके बाद जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय जनता दल ने दो-दो बार जीत दर्ज की है. इसके अलावा भाकपा, लोक जनशक्ति पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी एक-एक बार यह सीट जीती है.
हालिया वर्षों में इस क्षेत्र में सबसे प्रमुख चेहरा राजू कुमार सिंह रहे हैं, जिन्होंने पिछले पांच में से चार चुनाव जीते हैं. केवल 2015 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. सिंह का राजनीतिक सफर दल बदल की वजह से काफी चर्चा में रहा है.
फरवरी 2005 में एलजेपी से चुनाव जीतकर शुरुआत की. अक्टूबर 2005 और 2010 में जेडीयू से जीत हासिल की. 2015 में जब जेडीयू ने राजद के साथ गठबंधन किया, तो वे बीजेपी में चले गए, लेकिन हार गए. 2020 में वीआईपी से एनडीए उम्मीदवार बनकर जीत दर्ज की. बाद में जब वीआईपी राजद के करीब आया, तो वे तीन अन्य विधायकों के साथ बीजेपी में लौट आए.
2020 में वीआईपी उम्मीदवार के रूप में राजू कुमार सिंह ने 81,203 वोट हासिल किए और राजद के राम विचार राय को 15,333 वोटों से हराया. इस चुनाव में कुल 59.56 प्रतिशत मतदान हुआ. हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनावों में एलजेपी की वीणा देवी ने साहेबगंज विधानसभा खंड में केवल 4,504 वोटों की बढ़त हासिल की, जो आगामी विधानसभा चुनाव में मुकाबले के कांटे की ओर इशारा करता है.
2020 के चुनाव में साहेबगंज में कुल 3,08,120 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें लगभग 29,745 अनुसूचित जाति (9.65%), 1,012 अनुसूचित जनजाति (0.33%) और 39,747 मुस्लिम मतदाता (12.9%) शामिल थे. 2024 लोकसभा चुनाव तक यह संख्या घटकर 3,00,986 रह गई. बिहार के कुछ दुर्लभ क्षेत्रों में से एक, जहां मतदाताओं की संख्या में गिरावट आई है.
2019 से 2023 के बीच नदी कटाव के कारण 14 गांव पूरी तरह से नक्शे से मिट गए, जिससे सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए और क्षेत्र की जनसंख्या तथा चुनावी संतुलन में बदलाव आया.
क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है, और यहां के लगभग 40% किसान गन्ना उत्पादन पर निर्भर हैं. हालांकि, यह क्षेत्र गंभीर संकट से गुजर रहा है- तीन चीनी मिलों पर किसानों का कुल ₹47 करोड़ बकाया है. एक मिल बंद हो चुकी है, एक दिवालियापन की प्रक्रिया में है, और तीसरी 30% क्षमता पर ही चल रही है क्योंकि उसकी मशीनरी ब्रिटिश काल की है और खरीद दर प्रतिस्पर्धी नहीं है.
राजद ने किसानों के बकाए को लेकर आंदोलन तेज किया है, जबकि बिहार की एनडीए सरकार अब तक कोई ठोस समाधान नहीं दे सकी है। यह मुद्दा 2025 के चुनावों में अहम भूमिका निभा सकता है।
राजू कुमार सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें सबसे चर्चित 2018 की एक घटना है, जब उनके दिल्ली फार्महाउस पर न्यू ईयर पार्टी में हुई फायरिंग से एक महिला वास्तुकार की मृत्यु हो गई थी. बावजूद इसके, उनका चुनावी प्रदर्शन प्रभावित नहीं हुआ है.
अब सवाल यह है कि क्या बीजेपी 2025 में फिर से उन्हें टिकट देगी? सीट पर घटता अंतर और किसानों के बीच बढ़ती नाराजगी इशारा कर रहे हैं कि साहेबगंज में अगला चुनाव बेहद संघर्षपूर्ण हो सकता है.
(अजय झा)
Ramvichar Rai
RJD
Krishna Kumar Singh
LJP
Md. Moqeem
AIMIEM
Sudhir Kumar
RSSD
Pramod Kumar
RJJP
Umesh Kumar
RJVP
Bharat Prasad
RTMGP
Rajesh Kumar
HSJP
Shiv Kumar Rai
IND
Yadav Lal Patel
SUCI
Dr. Meera Kaumudi
IND
Md. Sakim
MVJP
Nota
NOTA
Devesh Chandra
SJDD
Dr. Mohammad Nabi Hassan
AIMF
Pankaj Kumar
AIFB
Veena Kumari
ABHJP
Suresh Sahani
IND
Raju Kumar
IND
Sunil Kumar Singh
IND
बिहार में महागठबंधन के भीतर सीटों को लेकर तनातनी चरम पर पहुंच गई है, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और पप्पू यादव प्रमुख चेहरे हैं. कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा है कि आरजेडी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है और इसीलिए कांग्रेस को गठबंधन तोड़ देना चाहिए. दरअसल, आरजेडी ने अपने कोटे की सभी 143 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं, जिनमें 25 महिलाएं भी शामिल हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव में नामांकन के आखिरी दौर में महागठबंधन के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस और आरजेडी समेत सहयोगी दल करीब 11 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ ही ताल ठोक रहे हैं, जिससे गठबंधन की तैयारियों और एकता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी नई लिस्ट जारी की है. इसमें 6 नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने पहली लिस्ट 17 अक्टूबर को जारी की थी, इसमें 48 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया था. जबकि दूसरी लिस्ट में 1, तीसरी में 5 कैंडिडेट्स की घोषणा की गई. बाद में सुपौल सीट के लिए एक और प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया.
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे, जबकि चंद्रशेखर को मधेपुरा से टिकट मिला है. बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को मोकामा से प्रत्याशी बनाया गया है, वहीं उदय नारायण चौधरी झाझा से उम्मीदवार हैं.
बिहार में कांग्रेस की लिस्ट आते ही सियासी घमासान मच गया है. कांग्रेस के मौजूदा विधायक के टिकट काटने और टिकट बंटवारे में धांधली के आरोप राहुल गांधी के उन सिपहसालारों पर लग रहे हैं, जिनके ऊपर बिहार में कांग्रेस का पूरा दारोमदार टिका हुआ था.
आर.के. सिंह की इस लिस्ट में मोकामा से JDU के बाहुबली अनंत सिंह और RJD की वीणा देवी का नाम है. RJD से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा और JDU से नवादा की विभा देवी भी शामिल हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी चौथी उम्मीदवार सूची जारी की है. इस लिस्ट में 12 नए उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. पार्टी बिहार में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है.
चिराग पासवान ने कहा कि वे सिर्फ अपनी पार्टी नहीं बल्कि पूरे एनडीए गठबंधन (NDA) की जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं. उन्होंने विपक्षी महागठबंधन (RJD-Congress-Left) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वे अपनी सीटों और उम्मीदवारों को लेकर ही भ्रम में हैं, तो जनता के विकास के मुद्दों पर क्या काम करेंगे?
भोजपुर जिले में तेजप्रताप यादव की रैली के दौरान पुलिस स्टीकर और लाइट लगी निजी बोलेरो के इस्तेमाल का वीडियो वायरल होने पर प्रशासन ने कार्रवाई की है. जांच में वाहन निजी निकला, जिसका मालिक प्रमोद कुमार यादव है. भोजपुर पुलिस ने वाहन स्वामी और चालक के खिलाफ बीएनएस की कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है और बोलेरो को जप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
बिहार चुनाव में सियासत गरमा गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने वाले हैं. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा है, 'एक तरफ पांच पांडव की पार्टी एनडीए गठबंधन... वहीं सामने कौरम की सेना, महागठबंधन... में सीट बंटवारे को लेकर सिर्फ उठवल हो रहा है'.