18 Oct 2025
Photo: Getty Images
पटाखों पर अधिकतर लोगों का पसंदीदा होता है रॉकेट, लेकिन क्या आपने कभी इस चीज पर गौर किया है कि सभी पटाखों में होता को बारूद ही है फिर रॉकेट ही हवा में क्यों उड़ता है?
Photo: Getty Images
आइए आपको बताते हैं.
Photo: AFP
जब रॉकेट या ‘रॉलेट’ फटता है, तो उसके निचले हिस्से में लगी बारूद नीचे की ओर विस्फोट करती है.
Photo: Getty Images
इससे गैसें तेज़ी से नीचे की तरफ़ निकलती हैं, और उतनी ही ताक़त ऊपर की ओर धक्का देती है. यही ‘रिएक्शन फोर्स’ रॉकेट को ऊपर उठाती है.
Photo: Getty Images
इसके उलट सामान्य पटाखों में बारूद चारों तरफ फैलता है, जिससे ऊर्जा बिखर जाती है और उन्हें ऊपर उठाने के लिए कोई विशेष दिशा नहीं मिलती.
Photo: AFP
रॉकेट या रॉलेट में एक संकरी नोजल (nozzle) होती है जो विस्फोट की गैसों को सिर्फ नीचे की दिशा में जाने देती है.
Photo: Pexels
यही कारण है कि बारूद का इस्तेमाल करते हुए भी, वह ऊपर उड़ता है, जबकि बाकी पटाखे ज़मीन पर ही धमाका करते हैं.
Photo: AFP
दिलचस्प बात यह है कि यही सिद्धांत असली अंतरिक्ष रॉकेटों में भी काम करता है, चाहे वो इसरो का PSLV हो या NASA का SpaceX फाल्कन रॉकेट.
Photo: Getty Images
फर्क बस इतना है कि वहां बारूद की जगह तरल ईंधन इस्तेमाल होता है और ताकत कई गुना ज़्यादा होती है.
Photo: AFP