ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ ऐं
िहरण्यवणार्ं हिरणीं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
सुवणर्रजतस्रजाम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
चन्द्रां िहरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह सौ: स क ल ह्रीं
ऐं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ ह्रीं
तां म आवह जातवेदो ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
लक्ष्मीमनपगािमनीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
यस्यां िहरण्यं िवन्दे यं गामश्वं पुरुषानहम् सौ: स क ल ह्रीं
ह्रीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ श्रीं
अश्वपूवार्ं रथमध्यां ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
हिस्तनादप्रबोिधनीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
िश्रयं दे वीमुपह्वये श्रीमार्देवीजुर्षताम् सौ: स क ल ह्रीं
श्रीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ क्लीं
कां सोिस्मतां िहरण्यप्राकाराम ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
अद्रार्ं ज्वलन्तीं तृप्तां तपर्यन्तीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
पद्मे िस्थतां पद्मवणार्ं तािमहोपह्वये िश्रयम् सौ: स क ल ह्रीं
क्लीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ वद वद
चन्द्रां प्रभासां यशसा ज्वलन्तीं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
िश्रयं लोके दे वजुष्टामुदाराम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
तां पिद्मनीमीं शरणमहं प्रपद्येऽलक्ष्मीमेर् नश्यतां त्वां वृणे सौ: स क ल ह्रीं
वद वद ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ वाग्वािदनी
आिदत्यवणेर् तपसोऽिधजातो ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
वनस्पितस्तव वृक्षोऽथ िबल्वः । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
तस्य फलािन तपसा नुदन्तु मायान्तरायाश्च बाह्या अलक्ष्मीः सौ: स क ल ह्रीं
वाग्वािदनी ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ ऐं
उपैतु मां दे वसखः ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
कीितर्श्च मिणना सह । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
प्रादु भूर्तोऽिस्म राष्ट्रेऽिस्मन् कीितर्मृिद्धं ददातु मे सौ: स क ल ह्रीं
ऐं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ सौ:
क्षुित्पपासामलां ज्येष्ठाम ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
अलक्ष्मीं नाशयाम्यहम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
अभूितमसमृिद्धं च सवार्ं िनणुर्द मे गृहात् सौ: स क ल ह्रीं
सौ: ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ हं सः
गंधद्वारां दु राधषार्ं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
िनत्यपुष्टां करीिषणीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
ईश्वरी सवर्भूतानां तािमहोपह्वये िश्रयम् सौ: स क ल ह्रीं
हं सः ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ आं
मनसः काममाकूितं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
वाचः सत्यमशीमिह । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
पशूनां रूपमन्नस्य मिय श्रीः श्रयतां यशः सौ: स क ल ह्रीं
आं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ ह्रीं
कदर् मेन प्रजाभूता ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
मिय सम्भव कदर् म । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
िश्रयं वासय मे कुले मातरं पद्ममािलनीम् सौ: स क ल ह्रीं
ह्रीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ क्रों
आपः सृजन्तु िस्नग्धािन ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
िचक्लीत वस मे गृहे । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
िन च दे वीं मातरं िश्रयं वासय मे कुले सौ: स क ल ह्रीं
क्रों ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ क्लीं
आद्रार्ं पुष्किरणीं पुिष्टं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
िपङ्गलां पद्ममािलनीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
चन्द्रां िहरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह सौ: स क ल ह्रीं
क्लीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ श्रीं
आद्रार्ं यः किरणीं यिष्टं ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
सुवणार्ं हे ममािलनीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
सूयार्ं िहरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह सौ: स क ल ह्रीं
श्रीं ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ हुम्
तां म आवह जातवेदो ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
लक्ष्मीमनपगािमनीम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
यस्यां िहरण्यं प्रभूतं गावो दास्योऽश्वािन्वन्दे यं पुरुषानहम् सौ: स क ल ह्रीं
हुम् ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम:
ॐ श्रीं दु गेर् स्मृता हरिस भीितमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मितमतीव शुभां ददािस श्रीं ॐ
ॐ स्वाह
यः शुिचः प्रयतो भूत्वा ऐं क ऐ ई ल ह्रीं
जुहुयादाज्य मन्वहम् । क्लीं ह स क ह ल ह्रीं
िश्रयः पञ्चदशचर्ं च श्रीकामः सततं जपेत् सौ: स क ल ह्रीं
स्वाह ॐ
ॐ श्रीं दािरद्रयदु ःखभयहािरिण का त्वदन्या सवोर्पकारकरणाय सदाद्रर् िचत्ता श्रीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नम: