अज कइ प्रकाय क
े वक
क अईट ईऩलब्ध हॊने क
े फावजूद , मॊग सभग्र रूऩ से ककसी क
े शयीय कॊ ऩॊषण औय
टॊननिंग कयने का सफसे कवश्वसनीम औय प्रबावी तयीका है।कवभबन्न असनों भें से सफसे ऄनधक ककमे जाने वाले असन हैं
जॊ अऩक
े ऩेट कॊ टॊन औय सभतल कयने भें भदद कयते हैं। बफल्क
ु ल! क्योंकक कोन नहीं चाहता है कक एक सऩाट ऩेट
जॊ ऄंततः अऩक
े ऄच्छे स्वास्थ्य कॊ प्रदर्शित कये?
चूंकक मॊग प्रत्येक असन क
े साथ कॊय औय ऩूये शयीय ऩय गहयाइ से काभ कयने का प्रमास कयता है। मे ऩेट कॊ
भजफूत फनाने क
े साथ-साथ ऩेट से जुडी कइ सभस्याओं जैसे कब्ज, ऄऩच औय सूजन कॊ खत्म कयने भें भदद कयेंगे।
ऩेट की वसा (चफी) कभ कयने क
े लिए मॊग आसन
हभायी व्यस्त जीवनशैली औय खान-ऩान की अदतों क
े साथ-साथ व्यामाभ न कयने क
े कायण फडी संख्या भें
भॊटाऩे क
े भाभले साभने अए हैं जहााँ ऄनधकांश वसा (चफी) ऩेट क
े असऩास जभा हॊ जाती है औय आससे छ
ु टकाया
ऩाना फरृत कठिन हॊता है। मॊग ऩेट की चफी कभ कयने का एक र्सद्ध तयीका है औय अऩकॊ स्वस्थ शयीय औय चुस्त
ठदभाग प्रदान कयता है र्जससे अऩकॊ संऩूणक स्वास्थ्य प्राप्त हॊता है।
मॊग क
े ननमनभत ऄभ्यास से अऩकी कॊय औय ऩेट की भांसऩेर्शमां भजफूत हॊती हैं औय आस तयह ऩेट कॊ
सभतल कयने भें भदद नभलती है। अऩ ऄऩने ऩेट की चफी कॊ कभ कयने क
े र्लए मॊग का ऄभ्यास कयते हैं औय र्जन
असनों भें झुकने औय भुडने की अवश्यकता हॊती है , वे अऩकॊ ककसी बी वामु संफनधत फीभायी से याहत ठदलाने भें भदद
कयते हैं जॊ सूजन का कायण फनता है। अंत की चफी ऩेट भें जभा हॊ जाती है औय आससे कइ फीभारयमों का खतया हॊता
है। ऩेट की चफी कभ कयने क
े र्लए क
ु छ मॊग असन आस र्जद्दी वसा कॊ जलाने भें भदद कयेंगे औय शयीय की क
ु ल चफी
कॊ कभ कयेंगे। ऄध्यमनों से साबफत रृअ है कक एक साल तक ननमनभत रूऩ से मॊग कयने से कभय की चफी औय आसकी
चोडाइ कॊ कभ कयने भें भदद नभली है।
महां हभ मॊग असनों से ऩेट की चफी कभ कयने क
े तयीक
े क
े फाये भें फता यहे हैं। मह मॊग न क
े वल ऩेट की चफी
क
े र्लए फल्कल्क ऩुरुषों औय भठहलाओं दॊनों क
े र्लए ठपटनेस औय स्वास्थ्य क
े र्लए भददगाय है। हभने ऩेट की चफी कभ
कयने क
े र्लए क
ु छ फेहतयीन मॊगासन र्चत्रों क
े साथ ककए हैं:
7 मॊग आसन जॊ ऩेट की चफी कभ कयते है
1. बुजंगासन (कॊफया ऩॊज़)
आस मॊगासन से ऄऩने ऩेट कॊ ऄच्छी स्ट्रेर्चिंग दें। आस असन का ननमनभत ऄभ्यास ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ
भजफूत कयने भें सहामता कयता है , औय आसर्लए, मह प्रसवॊत्तय ऩीि ददक कॊ कभ कयने क
े र्लए सफसे ऄनधक सलाह दी
जाने वाली भुद्रा भें से एक है।
क
ै से कयना है
 चटाइ ऩय प्रवण स्थस्थतत भें लेट जाएं (ऄऩनी छाती कॊ नीचे की ओय यखते रृए) , ऩैयों कॊ थॊडा फाहय की ओय
औय ऩैय की ईंगर्लमों कॊ पशक से स्पशक कयें।
 हाथों कॊ शयीय क
े दॊनों ओय, हथेर्लमााँ पशक की ओय यखें।
 ऄऩनी हथेर्लमों कॊ ऄऩने क
ं धों क
े नीचे ले अए।
 गहयी सांस लेते रृए , धीये-धीये ऄऩनी छाती औय र्सय कॊ पशक से ईिाएं , अऩकी ननगाह छत ऩय कटकी रृइ है।
ऄऩने ननतंफों कॊ दृढ़ यखते रृए, ऄऩने प्यूबफस कॊ ऄऩनी नाभब की ओय टक
ें ।
 साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 15से 30सेक
ं ड तक आसी स्थस्थतत भें यहें।
 गहयी सांस लें औय र्जतना हॊ सक
े ऩीछे की ओय झुकते रृए ऄऩने शयीय कॊ कभय से उऩय की ओय ईिाने की
कॊर्शश कयें। ठपय बी, सुननश्चित कयें कक अऩ आस प्रकिमा भें ऄऩनी ऩीि कॊ चॊट नहीं ऩरृाँचा यहे हैं।
 साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 30से 60सेक
ं ड तक आस भुद्रा भें यहें।
 सांस छॊडें औय धीये-धीये ऄऩने शयीय कॊ नीचे लाएं - छाती , गदकन औय भाथा - प्रवण स्थस्थतत भें लोटने क
े र्लए।
ऄऩनी फाहों कॊ धीये-धीये साभने की ओय प
ै लाएं।
 शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।
 प्रत्येक दॊहयाव क
े फाद 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें।
फदिाव
कॊफया भुद्रा प्राप्त कयने क
े फाद , ऄऩने र्सय कॊ फाईं ओय भॊडें औय ऄऩनी अाँखों कॊ ऄऩनी फाईं एडी ऩय क
ें ठद्रत
कयने का प्रमास कयें। अऩ दूसयी तयप बी ऐसा ही कय सकते हैं।
िाब
 भध्य औय उऩयी ऩीि कॊ लचीला फनाता है।
 अऩक
े क
ं धों औय ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत फनाने भें भदद कयता है।
 अऩक
े भानर्सक तनाव औय थकान कॊ कभ कयने भें भदद कयता है।
 ऩेट कॊ टॊन कयता है।
सावधान
ऄऩने ऩेट, जांघों औय ऩीि ऩय खखिंचाव का ऄनुबव हॊने तक ही ऩीछे की ओय झुक
ें । क
ृ ऩमा अयाभ कयें , बले ही
अऩकॊ खींचते सभम हल्का ददक हॊ। ऐसे भें अऩ ऄधक बुजंगासन कय सकते हैं। आसक
े ऄततरयक्त , गबकवती भठहलाओं औय
ऩीि की चॊट औय काऩकल टनल र्सिंड्रॊभ से ऩीठडत व्यनक्तमों कॊ मह भुद्रा नहीं कयनी चाठहए।
2. धनुयासन (फाउ ऩॊज़)
मह भुद्रा अऩक
े ऩेट कॊ टॊन कयने का ऄद्भु त काभ कयती है। ऄऩने ऩेट , ऩीि, जांघों, फाहों औय छाती कॊ एक
ऄच्छा खखिंचाव देने क
े साथ-साथ मह भुद्रा अऩक
े असन कॊ फेहतय कयने भें भदद कयती है।
क
ै से कयना है
 चटाइ ऩय प्रवण स्थस्थतत भें लेट जाएं , ऩैयों कॊ एक साथ यखें , जफकक अऩक
े हाथ अऩक
े शयीय क
े दॊनों ओय औय
हथेर्लमां पशक की ओय हों।
 गहयी सांस छॊडते रृए ऄऩने घुटनों कॊ उऩय की ओय भॊडें।
 ऄऩना र्सय ईिाएं औय ऩीछे की ओय झुक
ें ।
 ऄऩने हाथों कॊ ऩीछे की ओय लाएं औय ऄऩने हाथों से ऄऩनी एठडमों कॊ ऩकडने की कॊर्शश कयें।
 ऄऩने ऩेट क
े साथ ऄऩने शयीय क
े वजन का सभथकन कयें। गहयी सांस लेते रृए ऄऩने घुटनों कॊ उऩय ईिाने की
कॊर्शश कयें।
 15 से 30सेक
ं ड क
े र्लए भुद्रा भें यहें, धीये-धीये 60से 90सेक
ं ड तक काभ कयें। असन कॊ धायण कयते रृए साभान्य
रूऩ से सांस लें।
 सााँस छॊडें औय धीये-धीये अयाभ कयें, ऄऩने शयीय कॊ प
ै लाएाँ।
 शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।
 प्रत्येक ऩुनयावृर्त्त क
े फाद 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें।
फदिाव
भबन्नता कॊ ऩाश्वक धनुयासन कहा जाता है। धनुयासन भुद्रा प्राप्त कयने क
े फाद , ऄऩने दाठहने क
ं धे कॊ पशक की ओय
डुफॊएं, औय ऄऩनी दाठहनी ओय यॊल कयें। प्रायंभबक स्थस्थतत भें वाऩस अने से ऩहले लगबग 20सेक
ं ड तक आसी तयह यहें।
ऄऩनी फाईं ओय बी मही दॊहयाएं।मठद अऩ एक नोर्सखखमा हैं , तॊ शुरू भें एक तयप यॊल कयना भुश्चिल हॊ सकता है।
ऐसे भें अऩ ऄऩनी टखनों कॊ ऩकडे बफना फगल की ओय लुढ़कने का ऄभ्यास कय सकते हैं। ऩाश्वक धनुयासन अऩक
े ऩेट
क
े ऄंगों की भार्लश कयता है।
िाब
 भुद्रा भें सुधाय।
 ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ प
ै लाता है औय ईन्हें भजफूत फनाता है।
 गदकन औय ऩेट कॊ ईत्तेर्जत कयता है।
सावधान
ईच्च यक्तचाऩ, हननिमा औय ऩीि क
े ननचले ठहस्से मा गदकन की चॊट से ऩीठडत लॊगों कॊ आस भुद्रा कॊ कयने से
फचना चाठहए। गबकवती भठहलाओं मा भार्सक धभक भें भठहलाओं कॊ मह असन नहीं कयना चाठहए।
3. भाजजयासन (क
ै ट ऩॊज़)
असन कॊ धायण कयते सभम ऩेट की भांसऩेर्शमों भें ऄनुबव ककमा गमा फलऩूवकक संक
ु चन वसा कॊ कऩघलाने भें
भदद कयता है औय आस प्रकाय , ऩेट का अकाय कभ कयता है। मह असन यीढ़ की हड्डी क
े लचीलेऩन कॊ फढ़ाने भें बी
पामदेभंद हॊता है।
क
ै से कयना है
 वज्रासन भें फैिें।
 साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए , स्थस्थतत से ईिें औय ऄऩने शयीय कॊ पशक क
े सभानांतय आस तयह अने दें कक
अऩका शयीय अऩक
े घुटनों औय हथेर्लमों ऩय कटका यहे।
 जफकक घुटनों कॊ अऩक
े क
ू ल्हों क
े नीचे यखा जाना चाठहए , हथेर्लमााँ अऩक
े क
ं धों क
े नीचे पशक की ओय हॊनी
चाठहए। र्सय सीधा यखें। घुटनों कॊ थॊडा फाहय ननकालें ताकक अऩका वजन सभान रूऩ से प
ै ल जाए।
 गहयी सांस लेते रृए, ऄऩनी ऩीि कॊ नीचे की ओय धक
े लते रृए ऄऩने र्सय कॊ उऩय ईिाएं , ताकक अऩक
े शयीय भें
ऄवतल संयचना हॊ।
 ऄनधक से ऄनधक भात्रा भें हवा खींचने क
े र्लए ईदय क्षेत्र कॊ र्जतना हॊ सक
े प
ै लाएाँ।
 ऄऩनी सांस यॊककय, लगबग 15से 30सेक
ं ड तक भुद्रा फनाए यखें।
 ऄऩनी ऩीि कॊ उऩय की ओय ईिाते रृए गहयी सांस छॊडें औय र्सय कॊ नीचे कयें। ऄऩने ननतंफों औय ऩेट कॊ तफ
तक स्थस्थय यखें जफ तक अऩ संक
ु चन का ऄनुबव न कयें। अऩका र्सय अऩक
े हाथों क
े फीच हॊना चाठहए।
 गहयी सांस लेते रृए, लगबग 15से 30सेक
ं ड क
े र्लए भुद्रा भें फने यहें, धीये-धीये 60से 90सेक
ं ड तक काभ कयें।
 सांस छॊडें औय धीये-धीये वज्रासन भें वाऩस अ जाएं । 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें।
 शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।
 प्रत्येक दॊहयाव क
े फाद 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें। मह बी ऩेट की चफी कभ कयने क
े र्लए सफसे ऄच्छे मॊग
असनों भें से एक है।
फदिाव
टेफलटॉऩ स्थस्थतत भें अयाभ कयक
े शुरू कयें। श्वास लें, औय ऐसा कयते सभम, ऄवतल संयचना प्राप्त कयने क
े र्लए
ऄऩनी ऩीि कॊ नीचे की ओय धक
े लें। जैसे ही अऩ सााँस छॊडते हैं , ऄऩने र्सय कॊ नीचे कयने क
े फजाम , आसे फाईं ओय
आस तयह भॊडें कक अऩकी अाँखें अऩक
े फाएाँ क
ू ल्हे ऩय क
ें ठद्रत हों। दूसयी तयप बी दॊहयाएं , फाकी चयणों कॊ वैसे ही यखते
रृए जैसे वे हैं।
िाब
 यीढ़ की हड्डी क
े स्तंब (भेरुदंड) की भजफूती भें सुधाय कयता है।
 अऩक
े फढ़ने क
े असन कॊ सही कयने भें भदद कयता है।
 ऩीि क
े ननचले ठहस्से (L4 & L5) भें तनाव से याहत देता है।
सावधान
मठद अऩ र्सय की चॊट से ऩीठडत हैं , तॊ सुननश्चित कयें कक अऩ आस भुद्रा कॊ कयते सभम ऄऩने र्सय कॊ ऄऩने
धड क
े ऄनुरूऩ यखें।
4. उष्ट्रासन (क
ै भि ऩॊज़)
मह अभतोय ऩय नोकासन भुद्रा का भुकाफला कयने क
े र्लए ककमा जाता है। आस भुद्रा भें ऄऩनी टखनों कॊ छ
ू ते
सभम अऩ जॊ कऩछे खखिंचाव का ऄनुबव कयते हैं , वह ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ टॊन कयने भें भदद कयता है। नोकासन क
े
दोयान अऩक
े ऩेट की भांसऩेर्शमों द्वाया ऄनुबव ककमा गमा तनाव ऄफ दूय हॊ जाएगा , औय साथ ही , अऩ एक ऄच्छे
खखिंचाव का बी अनंद लेंगे।
क
ै से कयना है
 वज्रासन भें फैिें।
 धीये-धीये, ऄऩने शयीय कॊ ऄऩने घुटनों से आस प्रकाय ईिाएं कक ऄफ अऩ ऄऩने ऩूये शयीय क
े बाय कॊ ऄऩने
घुटनों से सहाया देकय फैिे हों।
 अऩकी एठडमों कॊ जभीन क
े साथ एक सीधी येखा फनानी चाठहए।
 गहयी सांस छॊडें औय ऄऩनी ऩीि कॊ झुकाएं। ऄऩने हाथों कॊ ऄऩने शयीय क
े ऩीछे ले अएं , औय ऄऩनी टखनों
कॊ एक-एक कयक
े ऩकडने की कॊर्शश कयें।
 ऄऩने र्सय कॊ ऩीछे की ओय झुकाएं औय ऄऩने ऩेट भें खखिंचाव का ऄनुबव हॊने तक ऩीछे की ओय खींचे।
 शुरुअत भें २० से ३० सेक
ं ड तक आस भुद्रा कॊ कये , ऄऩने तयीक
े से कयते रृए ६० सेक
ं ड तक साभान्य रूऩ से
सांस लें।
 सांस छॊडें औय धीये-धीये अयाभ कयें।
 वज्रासन ऩय वाऩस अएं।
 शुरुअत भें आस असन कॊ ऩांच फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।
 प्रत्येक दॊहयाव क
े फाद 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें।
फदिाव
ईष्ट्रासन भुद्रा प्राप्त कयने क
े फाद , वज्रासन ऩय लोटने क
े फजाम , धीये-धीये ऄऩना र्सय ऩीछे छॊड दें औय ईसी
तयह यहें। सुननश्चित कयें कक अऩ भूल ईष्ट्रासन भुद्रा भें भहायत हार्सल कयने क
े फाद ही आस फदलाव का ऄभ्यास कयें।
िाब
 भुद्रा भें सुधाय कय सकते हैं।
 ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत औय लचीला फनाने भें भदद कयता है।
 हल्क
े ऩीि ददक, थकान, औय भार्सक धभक की ऩयेशानी का आलाज कयता है।
सावधान
जॊ लॊग ठदल से संफंनधत फीभारयमों , ऩीि क
े ननचले ठहस्से मा गदकन की चॊट औय ईच्च यक्तचाऩ से ऩीठडत हैं ,
ईन्हें मह असन नहीं कयना चाठहए। र्जन व्यनक्तमों कॊ भाआग्रेन औय ऄननद्रा की सभस्या है ईन्हें बी आस असन कॊ कयने
से फचना चाठहए।
5. नोकासन (फॊट ऩॊज़)
मह सफसे ऄनधक भांग वाली मॊग भुद्राओं भें से एक है जॊ ननमनभत ऄभ्यास क
े साथ अऩकॊ एक सऩाट ऩेट की
गायंटी देगा। एक नभनट से ऄनधक सभम तक भुद्रा कॊ धायण कयने से ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ र्सकॊडने भें भदद नभलती
है, जफ नाव जैसी स्थस्थतत भें अ जाते है, तॊ अऩक
े एब्स कॊ टॊन कयने भें भदद कयती है।
क
ै से कयना है
 मॊगा भैट ऩय अयाभ की स्थस्थतत भें लेट जाएं , ऩैयों कॊ प
ै लाकय , ऩंजों की ईाँगर्लमों कॊ छत की ओय , औय
हथेर्लमााँ शयीय क
े दॊनों ओय ज़भीन की ओय कटकी रृइ हों।
 गहयी सांस लें। जैसे ही अऩ सांस छॊडते हैं, ऄऩने शयीय (र्सय, छाती औय ऩैयों) कॊ जभीन से उऩय ईिाएं।
 ऄऩनी फाहों कॊ प
ै लाएं ताकक वे अऩक
े ऩैयों क
े साथ सभानांतय येखा फना सक
ें ।
 अऩकी ईंगर्लमां ऩैय की ईंगर्लमों क
े सभान ही हॊनी चाठहए। ऩैय की ईंगर्लमों की ओय टकटकी।
 जैसे ही अऩ आस ऩॊजीशन कॊ कयते हैं, अऩकॊ ऩेट की भांसऩेर्शमां र्सक
ु डती रृइ भहसूस हॊनी चाठहए।
 साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए, असन कॊ शुरू कयने क
े र्लए 30से 60सेक
ं ड तक रुक
ें ।
 श्वास लें, औय ठपय गहयी सांस छॊडते रृए, धीये-धीये अयाभ कयें औय वाऩस अयाभ की स्थस्थतत भें अ जाएं।
 शुरुअत भें आस असन कॊ ऩांच फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक कयें। प्रत्येक ऩुनयावृर्त्त क
े फाद 15सेक
ं ड क
े
र्लए अयाभ कयें।
फदिाव
अऩ ऄऩनी भुठिमों कॊ फंद कयक
े नोकासन बी कय सकते हैं जैसे कक अऩ नाव क
े चप्पू ऩकड यहे हों।
िाब
 क
ं धों, फाहों औय जांघों कॊ भजफूत कयता है।
 ऩेट की चफी कॊ दूय कयक
े ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत कयने भें भदद कयता है।
 ऩाचन ऄंगों क
े स्वास्थ्य भें सुधाय कयने भें भदद कयता है।
 सावधान
 यक्तचाऩ, हृदम यॊग, दस्त, र्सयददक औय ऄननद्रा से ऩीठडत लॊगों कॊ आस असन कॊ कयने से फचना चाठहए। साथ
ही गबकवती औय भार्सक धभक वाली भठहलाओं कॊ बी आस भुद्रा का ऄभ्यास नहीं कयना चाठहए।
6. उत्तानऩादासन (याइज़ड पीट ऩॊज़)
मह भुद्रा क
ू ल्हे औय जांघ क्षेत्रों क
े साथ-साथ काभ कयते रृए येक्टस एब्डॊनभनस औय संफंनधत एब्डॊनभनल ऩय
फदलाव कयने भें भदद कयती है। मह भुद्रा गबाकवस्था क
े दोयान अऩकी कभय औय क
ू ल्हों क
े असऩास जभा हॊने वाली
ऩयत कॊ खत्म कयने क
े सफसे क
ु शल औय प्रबावी तयीकों भें से एक है।
क
ै से कयना है
 पशक ऩय ऄऩनी ऩीि क
े फल चटाइ ऩय लेट जाएं , टांगों कॊ प
ै लाएं , औय एठडमां एक दूसये कॊ स्पशक कयें। ऄऩने
हाथों कॊ ऄऩने शयीय क
े दॊनों ओय यखें, हथेर्लमााँ ज़भीन की ओय।
 गहयी सांस लें। ऄफ धीये-धीये सांस छॊडते रृए र्सय कॊ आस तयह झुकाएं कक कान क
ं धों की सीध भें हों।
 ऄऩने हाथों कॊ ईनकी प्रायंभबक स्थस्थतत से न ठहलाएं। साभान्य रूऩ से सांस लें।
 ऄऩनी ऩीि कॊ चॊट ऩरृाँचाए बफना, ऄनधकतभ संबवत: स्तय तक खखिंचाव कयें।
 गहयी सांस लेते रृए, ऄऩने ऩैयों कॊ पशक से ईिाएं , पशक से 45ठडग्री का कॊण फनाएं।
 साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 15से 30सेक
ं ड क
े र्लए आस भुद्रा भें फने यहें। 60सेक
ं ड से ऄनधक सभम तक भुद्रा
कॊ फनाए यखने क
े र्लए धीये-धीये काभ कयें।
 गहयी सांस छॊडें औय ऄऩने ऩैयों कॊ आस तयह सीधा कयें कक वे पशक से 90ठडग्री का कॊण फना लें। साभान्य रूऩ
से सांस लेते रृए 30सेक
ं ड क
े र्लए आस भुद्रा भें यहें।
 गहयी सांस लेते रृए, धीये-धीये ऄऩने ऩैयों कॊ प्रायंभबक स्थस्थतत भें वाऩस लाएं - अयाभ स्थस्थतत।
 शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।
 प्रत्येक दॊहयाव क
े फाद 15सेक
ं ड क
े र्लए अयाभ कयें।
फदिाव
ईर्ध्क प्रसाय ऩदासन, जहां अऩ ऄऩने ऩैयों कॊ सीधा औय एक-दूसये क
े कयीफ यखने क
े फजाम हवा भें ऄलग कयते
हैं।
िाब
 यक्त ऩरयसंचयण भें सुधाय कयता है।
 ऩीि ददक कॊ िीक कयता है।
 ऩेट से संफंनधत फीभारयमों जैसे एर्सठडटी औय कब्ज का आलाज कयता है।
 प्रजनन ऄंगों की कामकप्रणाली भें सुधाय कयता है।
सावधान
भांसऩेर्शमों भें खखिंचाव से ननऩटने वाले व्यनक्तमों, यीढ़ की हड्डी की चॊटों से ईफयने वालों औय गबकवती भाताओं कॊ
आस भुद्रा से फचना चाठहए मठद मह स्वतंत्र रूऩ से ककमा जा यहा है।
7. शवासन (कॉऩजस ऩॊज)
किॊय कसयत क
े फाद अऩकॊ ऄऩने शयीय कॊ अयाभ कयने देना चाठहए, औय शवासन अदशक असन है।
क
ै से कयना है
 अयाभ की स्थस्थतत भें लेट जाएं।
 ऄऩने अयाभ क
े ऄनुसाय ऄऩने ऩैयों कॊ एक साथ यखें मा प
ै लाएाँ।
 ऄऩने हाथों कॊ शयीय क
े दॊनों ओय अयाभ कयने दें।
 ऄऩनी अाँखें फंद कयें।
 गहयी सांस लें औय छॊडें, र्जससे अऩका शयीय ऩूयी तयह से अयाभ कय सक
े ।
 अऩकॊ तफ तक लेटना चाठहए जफ तक अऩकी सांस साभान्य न हॊ जाए औय अऩका शयीय ऩूयी तयह से शांत
न हॊ जाए।
फदिाव
अऩ ऄऩने ऩैयों कॊ दीवाय मा क
ु सी ऩय कटकाकय मा ऄऩने घुटनों कॊ भॊडकय , ऄऩने ऩैयों कॊ पशक ऩय यखकय बी
शवासन का ऄभ्यास कय सकते हैं।
िाब
 यक्तचाऩ, ऄननद्रा औय र्चिंता कॊ कभ कयने भें भदद कयता है।
 अऩकॊ अयाभ की गहयी , ध्यानऩूणक स्थस्थतत प्राप्त कयने भें भदद कयता है , जॊ उतकों की भयम्मत औय तनाव से
याहत भें सहामता कय सकता है।
ननष्कषज
एक टोंड फॉडी ऩाना ननश्चित रूऩ से एक भुश्चिल काभ है। आसक
े र्लए ननयंतय प्रमासों औय कवभबन्न ऄभ्यासों क
े
सख्त शासन की अवश्यकता हॊती है। अहाय संफंधी ननदेशों औय व्यामाभों का ऩालन कयने भें ऄननवामक रूऩ से फरृत
ऄनधक ऄनुशासन की अवश्यकता हॊती है। ऩेट की चफी कभ कयना कॊइ असान काभ नहीं है। वसा , काफोहाआड्रेट, चीनी
अठद क
े सेवन कॊ ननमंबत्रत कयने क
े र्लए ऩूयी तयह से सभकऩित हॊना चाठहए , औय ऄततरयक्त क
ै लॊयी कॊ जलाना बी
सीखना चाठहए। फेली प
ै ट से छ
ु टकाया ऩाने क
े र्लए ननयंतय प्रमास औय ननमनभत व्यामाभ की अवश्यकता हॊती है। फेली
प
ै ट कॊ कभ कयने क
े र्लए मॊग फेली प
ै ट कॊ कभ कयने भें भदद औय भदद कय सकता है। आतना ही नहीं , मह ऩूये शयीय
की टॊन कॊ फेहतय फनाने औय भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत कयने भें बी भदद कयता है। मह ऩूये शयीय की प्रणाली भें सुधाय
कयता है औय स्वस्थ शयीय कॊ फनाए यखने भें भदद कयता है। ऩेट की चफी से छ
ु टकाया ऩाने क
े र्लए ईऩमुकक्त मॊग भुद्राएं
ननश्चित रूऩ से अऩक
े दैननक व्यामाभ भें अऩकी सहामता कयेंगी।

7 yoga asanas which reduce more your belly fat than doing heavy exercise

  • 1.
    अज कइ प्रकायक े वक क अईट ईऩलब्ध हॊने क े फावजूद , मॊग सभग्र रूऩ से ककसी क े शयीय कॊ ऩॊषण औय टॊननिंग कयने का सफसे कवश्वसनीम औय प्रबावी तयीका है।कवभबन्न असनों भें से सफसे ऄनधक ककमे जाने वाले असन हैं जॊ अऩक े ऩेट कॊ टॊन औय सभतल कयने भें भदद कयते हैं। बफल्क ु ल! क्योंकक कोन नहीं चाहता है कक एक सऩाट ऩेट जॊ ऄंततः अऩक े ऄच्छे स्वास्थ्य कॊ प्रदर्शित कये? चूंकक मॊग प्रत्येक असन क े साथ कॊय औय ऩूये शयीय ऩय गहयाइ से काभ कयने का प्रमास कयता है। मे ऩेट कॊ भजफूत फनाने क े साथ-साथ ऩेट से जुडी कइ सभस्याओं जैसे कब्ज, ऄऩच औय सूजन कॊ खत्म कयने भें भदद कयेंगे। ऩेट की वसा (चफी) कभ कयने क े लिए मॊग आसन हभायी व्यस्त जीवनशैली औय खान-ऩान की अदतों क े साथ-साथ व्यामाभ न कयने क े कायण फडी संख्या भें भॊटाऩे क े भाभले साभने अए हैं जहााँ ऄनधकांश वसा (चफी) ऩेट क े असऩास जभा हॊ जाती है औय आससे छ ु टकाया ऩाना फरृत कठिन हॊता है। मॊग ऩेट की चफी कभ कयने का एक र्सद्ध तयीका है औय अऩकॊ स्वस्थ शयीय औय चुस्त ठदभाग प्रदान कयता है र्जससे अऩकॊ संऩूणक स्वास्थ्य प्राप्त हॊता है। मॊग क े ननमनभत ऄभ्यास से अऩकी कॊय औय ऩेट की भांसऩेर्शमां भजफूत हॊती हैं औय आस तयह ऩेट कॊ सभतल कयने भें भदद नभलती है। अऩ ऄऩने ऩेट की चफी कॊ कभ कयने क े र्लए मॊग का ऄभ्यास कयते हैं औय र्जन असनों भें झुकने औय भुडने की अवश्यकता हॊती है , वे अऩकॊ ककसी बी वामु संफनधत फीभायी से याहत ठदलाने भें भदद कयते हैं जॊ सूजन का कायण फनता है। अंत की चफी ऩेट भें जभा हॊ जाती है औय आससे कइ फीभारयमों का खतया हॊता है। ऩेट की चफी कभ कयने क े र्लए क ु छ मॊग असन आस र्जद्दी वसा कॊ जलाने भें भदद कयेंगे औय शयीय की क ु ल चफी कॊ कभ कयेंगे। ऄध्यमनों से साबफत रृअ है कक एक साल तक ननमनभत रूऩ से मॊग कयने से कभय की चफी औय आसकी चोडाइ कॊ कभ कयने भें भदद नभली है। महां हभ मॊग असनों से ऩेट की चफी कभ कयने क े तयीक े क े फाये भें फता यहे हैं। मह मॊग न क े वल ऩेट की चफी क े र्लए फल्कल्क ऩुरुषों औय भठहलाओं दॊनों क े र्लए ठपटनेस औय स्वास्थ्य क े र्लए भददगाय है। हभने ऩेट की चफी कभ कयने क े र्लए क ु छ फेहतयीन मॊगासन र्चत्रों क े साथ ककए हैं: 7 मॊग आसन जॊ ऩेट की चफी कभ कयते है 1. बुजंगासन (कॊफया ऩॊज़)
  • 2.
    आस मॊगासन सेऄऩने ऩेट कॊ ऄच्छी स्ट्रेर्चिंग दें। आस असन का ननमनभत ऄभ्यास ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत कयने भें सहामता कयता है , औय आसर्लए, मह प्रसवॊत्तय ऩीि ददक कॊ कभ कयने क े र्लए सफसे ऄनधक सलाह दी जाने वाली भुद्रा भें से एक है। क ै से कयना है  चटाइ ऩय प्रवण स्थस्थतत भें लेट जाएं (ऄऩनी छाती कॊ नीचे की ओय यखते रृए) , ऩैयों कॊ थॊडा फाहय की ओय औय ऩैय की ईंगर्लमों कॊ पशक से स्पशक कयें।  हाथों कॊ शयीय क े दॊनों ओय, हथेर्लमााँ पशक की ओय यखें।  ऄऩनी हथेर्लमों कॊ ऄऩने क ं धों क े नीचे ले अए।  गहयी सांस लेते रृए , धीये-धीये ऄऩनी छाती औय र्सय कॊ पशक से ईिाएं , अऩकी ननगाह छत ऩय कटकी रृइ है। ऄऩने ननतंफों कॊ दृढ़ यखते रृए, ऄऩने प्यूबफस कॊ ऄऩनी नाभब की ओय टक ें ।  साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 15से 30सेक ं ड तक आसी स्थस्थतत भें यहें।  गहयी सांस लें औय र्जतना हॊ सक े ऩीछे की ओय झुकते रृए ऄऩने शयीय कॊ कभय से उऩय की ओय ईिाने की कॊर्शश कयें। ठपय बी, सुननश्चित कयें कक अऩ आस प्रकिमा भें ऄऩनी ऩीि कॊ चॊट नहीं ऩरृाँचा यहे हैं।  साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 30से 60सेक ं ड तक आस भुद्रा भें यहें।  सांस छॊडें औय धीये-धीये ऄऩने शयीय कॊ नीचे लाएं - छाती , गदकन औय भाथा - प्रवण स्थस्थतत भें लोटने क े र्लए। ऄऩनी फाहों कॊ धीये-धीये साभने की ओय प ै लाएं।  शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।  प्रत्येक दॊहयाव क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। फदिाव कॊफया भुद्रा प्राप्त कयने क े फाद , ऄऩने र्सय कॊ फाईं ओय भॊडें औय ऄऩनी अाँखों कॊ ऄऩनी फाईं एडी ऩय क ें ठद्रत कयने का प्रमास कयें। अऩ दूसयी तयप बी ऐसा ही कय सकते हैं। िाब  भध्य औय उऩयी ऩीि कॊ लचीला फनाता है।  अऩक े क ं धों औय ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत फनाने भें भदद कयता है।  अऩक े भानर्सक तनाव औय थकान कॊ कभ कयने भें भदद कयता है।  ऩेट कॊ टॊन कयता है। सावधान ऄऩने ऩेट, जांघों औय ऩीि ऩय खखिंचाव का ऄनुबव हॊने तक ही ऩीछे की ओय झुक ें । क ृ ऩमा अयाभ कयें , बले ही अऩकॊ खींचते सभम हल्का ददक हॊ। ऐसे भें अऩ ऄधक बुजंगासन कय सकते हैं। आसक े ऄततरयक्त , गबकवती भठहलाओं औय ऩीि की चॊट औय काऩकल टनल र्सिंड्रॊभ से ऩीठडत व्यनक्तमों कॊ मह भुद्रा नहीं कयनी चाठहए। 2. धनुयासन (फाउ ऩॊज़)
  • 3.
    मह भुद्रा अऩक ेऩेट कॊ टॊन कयने का ऄद्भु त काभ कयती है। ऄऩने ऩेट , ऩीि, जांघों, फाहों औय छाती कॊ एक ऄच्छा खखिंचाव देने क े साथ-साथ मह भुद्रा अऩक े असन कॊ फेहतय कयने भें भदद कयती है। क ै से कयना है  चटाइ ऩय प्रवण स्थस्थतत भें लेट जाएं , ऩैयों कॊ एक साथ यखें , जफकक अऩक े हाथ अऩक े शयीय क े दॊनों ओय औय हथेर्लमां पशक की ओय हों।  गहयी सांस छॊडते रृए ऄऩने घुटनों कॊ उऩय की ओय भॊडें।  ऄऩना र्सय ईिाएं औय ऩीछे की ओय झुक ें ।  ऄऩने हाथों कॊ ऩीछे की ओय लाएं औय ऄऩने हाथों से ऄऩनी एठडमों कॊ ऩकडने की कॊर्शश कयें।  ऄऩने ऩेट क े साथ ऄऩने शयीय क े वजन का सभथकन कयें। गहयी सांस लेते रृए ऄऩने घुटनों कॊ उऩय ईिाने की कॊर्शश कयें।  15 से 30सेक ं ड क े र्लए भुद्रा भें यहें, धीये-धीये 60से 90सेक ं ड तक काभ कयें। असन कॊ धायण कयते रृए साभान्य रूऩ से सांस लें।  सााँस छॊडें औय धीये-धीये अयाभ कयें, ऄऩने शयीय कॊ प ै लाएाँ।  शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।  प्रत्येक ऩुनयावृर्त्त क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। फदिाव भबन्नता कॊ ऩाश्वक धनुयासन कहा जाता है। धनुयासन भुद्रा प्राप्त कयने क े फाद , ऄऩने दाठहने क ं धे कॊ पशक की ओय डुफॊएं, औय ऄऩनी दाठहनी ओय यॊल कयें। प्रायंभबक स्थस्थतत भें वाऩस अने से ऩहले लगबग 20सेक ं ड तक आसी तयह यहें। ऄऩनी फाईं ओय बी मही दॊहयाएं।मठद अऩ एक नोर्सखखमा हैं , तॊ शुरू भें एक तयप यॊल कयना भुश्चिल हॊ सकता है। ऐसे भें अऩ ऄऩनी टखनों कॊ ऩकडे बफना फगल की ओय लुढ़कने का ऄभ्यास कय सकते हैं। ऩाश्वक धनुयासन अऩक े ऩेट क े ऄंगों की भार्लश कयता है। िाब  भुद्रा भें सुधाय।  ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ प ै लाता है औय ईन्हें भजफूत फनाता है।  गदकन औय ऩेट कॊ ईत्तेर्जत कयता है। सावधान ईच्च यक्तचाऩ, हननिमा औय ऩीि क े ननचले ठहस्से मा गदकन की चॊट से ऩीठडत लॊगों कॊ आस भुद्रा कॊ कयने से फचना चाठहए। गबकवती भठहलाओं मा भार्सक धभक भें भठहलाओं कॊ मह असन नहीं कयना चाठहए। 3. भाजजयासन (क ै ट ऩॊज़)
  • 4.
    असन कॊ धायणकयते सभम ऩेट की भांसऩेर्शमों भें ऄनुबव ककमा गमा फलऩूवकक संक ु चन वसा कॊ कऩघलाने भें भदद कयता है औय आस प्रकाय , ऩेट का अकाय कभ कयता है। मह असन यीढ़ की हड्डी क े लचीलेऩन कॊ फढ़ाने भें बी पामदेभंद हॊता है। क ै से कयना है  वज्रासन भें फैिें।  साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए , स्थस्थतत से ईिें औय ऄऩने शयीय कॊ पशक क े सभानांतय आस तयह अने दें कक अऩका शयीय अऩक े घुटनों औय हथेर्लमों ऩय कटका यहे।  जफकक घुटनों कॊ अऩक े क ू ल्हों क े नीचे यखा जाना चाठहए , हथेर्लमााँ अऩक े क ं धों क े नीचे पशक की ओय हॊनी चाठहए। र्सय सीधा यखें। घुटनों कॊ थॊडा फाहय ननकालें ताकक अऩका वजन सभान रूऩ से प ै ल जाए।  गहयी सांस लेते रृए, ऄऩनी ऩीि कॊ नीचे की ओय धक े लते रृए ऄऩने र्सय कॊ उऩय ईिाएं , ताकक अऩक े शयीय भें ऄवतल संयचना हॊ।  ऄनधक से ऄनधक भात्रा भें हवा खींचने क े र्लए ईदय क्षेत्र कॊ र्जतना हॊ सक े प ै लाएाँ।  ऄऩनी सांस यॊककय, लगबग 15से 30सेक ं ड तक भुद्रा फनाए यखें।  ऄऩनी ऩीि कॊ उऩय की ओय ईिाते रृए गहयी सांस छॊडें औय र्सय कॊ नीचे कयें। ऄऩने ननतंफों औय ऩेट कॊ तफ तक स्थस्थय यखें जफ तक अऩ संक ु चन का ऄनुबव न कयें। अऩका र्सय अऩक े हाथों क े फीच हॊना चाठहए।  गहयी सांस लेते रृए, लगबग 15से 30सेक ं ड क े र्लए भुद्रा भें फने यहें, धीये-धीये 60से 90सेक ं ड तक काभ कयें।  सांस छॊडें औय धीये-धीये वज्रासन भें वाऩस अ जाएं । 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें।  शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।  प्रत्येक दॊहयाव क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। मह बी ऩेट की चफी कभ कयने क े र्लए सफसे ऄच्छे मॊग असनों भें से एक है। फदिाव टेफलटॉऩ स्थस्थतत भें अयाभ कयक े शुरू कयें। श्वास लें, औय ऐसा कयते सभम, ऄवतल संयचना प्राप्त कयने क े र्लए ऄऩनी ऩीि कॊ नीचे की ओय धक े लें। जैसे ही अऩ सााँस छॊडते हैं , ऄऩने र्सय कॊ नीचे कयने क े फजाम , आसे फाईं ओय आस तयह भॊडें कक अऩकी अाँखें अऩक े फाएाँ क ू ल्हे ऩय क ें ठद्रत हों। दूसयी तयप बी दॊहयाएं , फाकी चयणों कॊ वैसे ही यखते रृए जैसे वे हैं। िाब  यीढ़ की हड्डी क े स्तंब (भेरुदंड) की भजफूती भें सुधाय कयता है।  अऩक े फढ़ने क े असन कॊ सही कयने भें भदद कयता है।  ऩीि क े ननचले ठहस्से (L4 & L5) भें तनाव से याहत देता है। सावधान मठद अऩ र्सय की चॊट से ऩीठडत हैं , तॊ सुननश्चित कयें कक अऩ आस भुद्रा कॊ कयते सभम ऄऩने र्सय कॊ ऄऩने धड क े ऄनुरूऩ यखें।
  • 5.
    4. उष्ट्रासन (क ैभि ऩॊज़) मह अभतोय ऩय नोकासन भुद्रा का भुकाफला कयने क े र्लए ककमा जाता है। आस भुद्रा भें ऄऩनी टखनों कॊ छ ू ते सभम अऩ जॊ कऩछे खखिंचाव का ऄनुबव कयते हैं , वह ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ टॊन कयने भें भदद कयता है। नोकासन क े दोयान अऩक े ऩेट की भांसऩेर्शमों द्वाया ऄनुबव ककमा गमा तनाव ऄफ दूय हॊ जाएगा , औय साथ ही , अऩ एक ऄच्छे खखिंचाव का बी अनंद लेंगे। क ै से कयना है  वज्रासन भें फैिें।  धीये-धीये, ऄऩने शयीय कॊ ऄऩने घुटनों से आस प्रकाय ईिाएं कक ऄफ अऩ ऄऩने ऩूये शयीय क े बाय कॊ ऄऩने घुटनों से सहाया देकय फैिे हों।  अऩकी एठडमों कॊ जभीन क े साथ एक सीधी येखा फनानी चाठहए।  गहयी सांस छॊडें औय ऄऩनी ऩीि कॊ झुकाएं। ऄऩने हाथों कॊ ऄऩने शयीय क े ऩीछे ले अएं , औय ऄऩनी टखनों कॊ एक-एक कयक े ऩकडने की कॊर्शश कयें।  ऄऩने र्सय कॊ ऩीछे की ओय झुकाएं औय ऄऩने ऩेट भें खखिंचाव का ऄनुबव हॊने तक ऩीछे की ओय खींचे।  शुरुअत भें २० से ३० सेक ं ड तक आस भुद्रा कॊ कये , ऄऩने तयीक े से कयते रृए ६० सेक ं ड तक साभान्य रूऩ से सांस लें।  सांस छॊडें औय धीये-धीये अयाभ कयें।  वज्रासन ऩय वाऩस अएं।  शुरुअत भें आस असन कॊ ऩांच फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।  प्रत्येक दॊहयाव क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। फदिाव ईष्ट्रासन भुद्रा प्राप्त कयने क े फाद , वज्रासन ऩय लोटने क े फजाम , धीये-धीये ऄऩना र्सय ऩीछे छॊड दें औय ईसी तयह यहें। सुननश्चित कयें कक अऩ भूल ईष्ट्रासन भुद्रा भें भहायत हार्सल कयने क े फाद ही आस फदलाव का ऄभ्यास कयें। िाब  भुद्रा भें सुधाय कय सकते हैं।  ऩीि की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत औय लचीला फनाने भें भदद कयता है।  हल्क े ऩीि ददक, थकान, औय भार्सक धभक की ऩयेशानी का आलाज कयता है। सावधान जॊ लॊग ठदल से संफंनधत फीभारयमों , ऩीि क े ननचले ठहस्से मा गदकन की चॊट औय ईच्च यक्तचाऩ से ऩीठडत हैं , ईन्हें मह असन नहीं कयना चाठहए। र्जन व्यनक्तमों कॊ भाआग्रेन औय ऄननद्रा की सभस्या है ईन्हें बी आस असन कॊ कयने से फचना चाठहए। 5. नोकासन (फॊट ऩॊज़)
  • 6.
    मह सफसे ऄनधकभांग वाली मॊग भुद्राओं भें से एक है जॊ ननमनभत ऄभ्यास क े साथ अऩकॊ एक सऩाट ऩेट की गायंटी देगा। एक नभनट से ऄनधक सभम तक भुद्रा कॊ धायण कयने से ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ र्सकॊडने भें भदद नभलती है, जफ नाव जैसी स्थस्थतत भें अ जाते है, तॊ अऩक े एब्स कॊ टॊन कयने भें भदद कयती है। क ै से कयना है  मॊगा भैट ऩय अयाभ की स्थस्थतत भें लेट जाएं , ऩैयों कॊ प ै लाकय , ऩंजों की ईाँगर्लमों कॊ छत की ओय , औय हथेर्लमााँ शयीय क े दॊनों ओय ज़भीन की ओय कटकी रृइ हों।  गहयी सांस लें। जैसे ही अऩ सांस छॊडते हैं, ऄऩने शयीय (र्सय, छाती औय ऩैयों) कॊ जभीन से उऩय ईिाएं।  ऄऩनी फाहों कॊ प ै लाएं ताकक वे अऩक े ऩैयों क े साथ सभानांतय येखा फना सक ें ।  अऩकी ईंगर्लमां ऩैय की ईंगर्लमों क े सभान ही हॊनी चाठहए। ऩैय की ईंगर्लमों की ओय टकटकी।  जैसे ही अऩ आस ऩॊजीशन कॊ कयते हैं, अऩकॊ ऩेट की भांसऩेर्शमां र्सक ु डती रृइ भहसूस हॊनी चाठहए।  साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए, असन कॊ शुरू कयने क े र्लए 30से 60सेक ं ड तक रुक ें ।  श्वास लें, औय ठपय गहयी सांस छॊडते रृए, धीये-धीये अयाभ कयें औय वाऩस अयाभ की स्थस्थतत भें अ जाएं।  शुरुअत भें आस असन कॊ ऩांच फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक कयें। प्रत्येक ऩुनयावृर्त्त क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। फदिाव अऩ ऄऩनी भुठिमों कॊ फंद कयक े नोकासन बी कय सकते हैं जैसे कक अऩ नाव क े चप्पू ऩकड यहे हों। िाब  क ं धों, फाहों औय जांघों कॊ भजफूत कयता है।  ऩेट की चफी कॊ दूय कयक े ऩेट की भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत कयने भें भदद कयता है।  ऩाचन ऄंगों क े स्वास्थ्य भें सुधाय कयने भें भदद कयता है।  सावधान  यक्तचाऩ, हृदम यॊग, दस्त, र्सयददक औय ऄननद्रा से ऩीठडत लॊगों कॊ आस असन कॊ कयने से फचना चाठहए। साथ ही गबकवती औय भार्सक धभक वाली भठहलाओं कॊ बी आस भुद्रा का ऄभ्यास नहीं कयना चाठहए। 6. उत्तानऩादासन (याइज़ड पीट ऩॊज़)
  • 7.
    मह भुद्रा क ूल्हे औय जांघ क्षेत्रों क े साथ-साथ काभ कयते रृए येक्टस एब्डॊनभनस औय संफंनधत एब्डॊनभनल ऩय फदलाव कयने भें भदद कयती है। मह भुद्रा गबाकवस्था क े दोयान अऩकी कभय औय क ू ल्हों क े असऩास जभा हॊने वाली ऩयत कॊ खत्म कयने क े सफसे क ु शल औय प्रबावी तयीकों भें से एक है। क ै से कयना है  पशक ऩय ऄऩनी ऩीि क े फल चटाइ ऩय लेट जाएं , टांगों कॊ प ै लाएं , औय एठडमां एक दूसये कॊ स्पशक कयें। ऄऩने हाथों कॊ ऄऩने शयीय क े दॊनों ओय यखें, हथेर्लमााँ ज़भीन की ओय।  गहयी सांस लें। ऄफ धीये-धीये सांस छॊडते रृए र्सय कॊ आस तयह झुकाएं कक कान क ं धों की सीध भें हों।  ऄऩने हाथों कॊ ईनकी प्रायंभबक स्थस्थतत से न ठहलाएं। साभान्य रूऩ से सांस लें।  ऄऩनी ऩीि कॊ चॊट ऩरृाँचाए बफना, ऄनधकतभ संबवत: स्तय तक खखिंचाव कयें।  गहयी सांस लेते रृए, ऄऩने ऩैयों कॊ पशक से ईिाएं , पशक से 45ठडग्री का कॊण फनाएं।  साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 15से 30सेक ं ड क े र्लए आस भुद्रा भें फने यहें। 60सेक ं ड से ऄनधक सभम तक भुद्रा कॊ फनाए यखने क े र्लए धीये-धीये काभ कयें।  गहयी सांस छॊडें औय ऄऩने ऩैयों कॊ आस तयह सीधा कयें कक वे पशक से 90ठडग्री का कॊण फना लें। साभान्य रूऩ से सांस लेते रृए 30सेक ं ड क े र्लए आस भुद्रा भें यहें।  गहयी सांस लेते रृए, धीये-धीये ऄऩने ऩैयों कॊ प्रायंभबक स्थस्थतत भें वाऩस लाएं - अयाभ स्थस्थतत।  शुरुअत भें आस असन कॊ 10फाय दॊहयाएं , धीये-धीये 30फाय तक काभ कयें।  प्रत्येक दॊहयाव क े फाद 15सेक ं ड क े र्लए अयाभ कयें। फदिाव ईर्ध्क प्रसाय ऩदासन, जहां अऩ ऄऩने ऩैयों कॊ सीधा औय एक-दूसये क े कयीफ यखने क े फजाम हवा भें ऄलग कयते हैं। िाब  यक्त ऩरयसंचयण भें सुधाय कयता है।  ऩीि ददक कॊ िीक कयता है।  ऩेट से संफंनधत फीभारयमों जैसे एर्सठडटी औय कब्ज का आलाज कयता है।  प्रजनन ऄंगों की कामकप्रणाली भें सुधाय कयता है। सावधान भांसऩेर्शमों भें खखिंचाव से ननऩटने वाले व्यनक्तमों, यीढ़ की हड्डी की चॊटों से ईफयने वालों औय गबकवती भाताओं कॊ आस भुद्रा से फचना चाठहए मठद मह स्वतंत्र रूऩ से ककमा जा यहा है। 7. शवासन (कॉऩजस ऩॊज)
  • 8.
    किॊय कसयत क ेफाद अऩकॊ ऄऩने शयीय कॊ अयाभ कयने देना चाठहए, औय शवासन अदशक असन है। क ै से कयना है  अयाभ की स्थस्थतत भें लेट जाएं।  ऄऩने अयाभ क े ऄनुसाय ऄऩने ऩैयों कॊ एक साथ यखें मा प ै लाएाँ।  ऄऩने हाथों कॊ शयीय क े दॊनों ओय अयाभ कयने दें।  ऄऩनी अाँखें फंद कयें।  गहयी सांस लें औय छॊडें, र्जससे अऩका शयीय ऩूयी तयह से अयाभ कय सक े ।  अऩकॊ तफ तक लेटना चाठहए जफ तक अऩकी सांस साभान्य न हॊ जाए औय अऩका शयीय ऩूयी तयह से शांत न हॊ जाए। फदिाव अऩ ऄऩने ऩैयों कॊ दीवाय मा क ु सी ऩय कटकाकय मा ऄऩने घुटनों कॊ भॊडकय , ऄऩने ऩैयों कॊ पशक ऩय यखकय बी शवासन का ऄभ्यास कय सकते हैं। िाब  यक्तचाऩ, ऄननद्रा औय र्चिंता कॊ कभ कयने भें भदद कयता है।  अऩकॊ अयाभ की गहयी , ध्यानऩूणक स्थस्थतत प्राप्त कयने भें भदद कयता है , जॊ उतकों की भयम्मत औय तनाव से याहत भें सहामता कय सकता है। ननष्कषज एक टोंड फॉडी ऩाना ननश्चित रूऩ से एक भुश्चिल काभ है। आसक े र्लए ननयंतय प्रमासों औय कवभबन्न ऄभ्यासों क े सख्त शासन की अवश्यकता हॊती है। अहाय संफंधी ननदेशों औय व्यामाभों का ऩालन कयने भें ऄननवामक रूऩ से फरृत ऄनधक ऄनुशासन की अवश्यकता हॊती है। ऩेट की चफी कभ कयना कॊइ असान काभ नहीं है। वसा , काफोहाआड्रेट, चीनी अठद क े सेवन कॊ ननमंबत्रत कयने क े र्लए ऩूयी तयह से सभकऩित हॊना चाठहए , औय ऄततरयक्त क ै लॊयी कॊ जलाना बी सीखना चाठहए। फेली प ै ट से छ ु टकाया ऩाने क े र्लए ननयंतय प्रमास औय ननमनभत व्यामाभ की अवश्यकता हॊती है। फेली प ै ट कॊ कभ कयने क े र्लए मॊग फेली प ै ट कॊ कभ कयने भें भदद औय भदद कय सकता है। आतना ही नहीं , मह ऩूये शयीय की टॊन कॊ फेहतय फनाने औय भांसऩेर्शमों कॊ भजफूत कयने भें बी भदद कयता है। मह ऩूये शयीय की प्रणाली भें सुधाय कयता है औय स्वस्थ शयीय कॊ फनाए यखने भें भदद कयता है। ऩेट की चफी से छ ु टकाया ऩाने क े र्लए ईऩमुकक्त मॊग भुद्राएं ननश्चित रूऩ से अऩक े दैननक व्यामाभ भें अऩकी सहामता कयेंगी।